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सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

DICE CAPTURE FORMAT (DCF)

                   एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली 

                          U-DISE

                    शैक्षिक सत्र 2012 - 2013 

                    विध्यालय का विवरण
1.विध्यालय का नाम             - राजकीय उच्च माध्यमिक विध्यालय मीठड़ी ( लाडनूं ) नागौर.
2.राजस्व ग्राम का नाम           - मीठड़ी ( लाडनूं ) नागौर.
3. ब्लॅाक कोड                   - 06.
4. ग्राम कोड                    - 006.
6. विध्यालय कोड                -  01
7.राजस्व गर्म का जन गणना कोड   - 001767100
8.शैक्षिक ब्लॅाक का नाम           - लाडनूं ,नागौर.
9.जिले का नाम                  - नागौर .
10.राज्य कोड                   - 08
11.जिला कोड                   - 14
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                             विध्यालय का विवरण 

                             भाग -- अ ( प्रथम )

                                     
1.विध्यालय का नाम       -राजकीय उच्च माध्यमिक विध्यालय मीठड़ी (लाडनूं) नागौर.
                                                                          2.विध्यालय की स्थिति          -    ग्रामीण .
3.वास स्थान                  -    डीडवाना रोड़ .
4.राजस्व ग्राम                 -    मीठड़ी ( लाडनूं ) .
5.पिन कोड नम्बर              -    341303
6.ग्राम पंचायत                 -    मीठड़ी
7.शैक्षिक ब्लॅाक                -    लाडनूं
8.विधान सभा क्षेत्र             -    लाडनूं

9.फोन नम्बर (विध्यालय)       -    0 1581 232398
10.ई-मेल                     -    meetharischool@gmail.c0m
11. वेब साईट                 -    http://meetharischool.blogspot.in
12.विध्यालय की श्रेणी          -     माध्यमिक एवम उच्च माध्यमिक ( कक्षा 9 से बारहवीं.)
13.विध्यालय की निम्नतम कक्षा  -    9 वीं .
14.विध्यालय की उच्चतम कक्षा   -    12 वीं .
15.उच्च कक्षाओं हेतु संकाय      -    मानविकी एवम वाणिज्य .
17.विध्यालय का प्रकार          -    सह शिक्षा .
18.विध्यालय का स्तर           -    उच्च माध्यमिक 
19.विध्यालय का प्रबन्धन         -   राज्य सरकार .
20.विध्यालय की दूरी BRCF से   -      35 किमी .
21. विध्यालय तक प्रत्येक मौसम मे
पहुँचनें के लिए सडक सुविधा       -    हाँ ( डामर ग्रेड ए रोड़ ,राज्य मार्ग 60 ).
22. विध्यालय की स्थापना का वर्ष  -  1929 प्रारम्भिक नाम - श्री दरबार लोअर प्राईमरी हिन्दी विध्यालय मीठड़ी ( जोधपुर महाराजा के द्वारा स्थापित ,तत्कालीन विध्यालय वर्तमान में शाला से सहबद्ध छात्रावास भवन में लगता था .
23. विध्यालय को मान्यता मिलनें का वर्ष --- 1951 जब स्वतंत्र भारत में  प्राथमिक स्तर तक क्रमोन्नत किया गया तथा विध्यालय को श्री राय साहिब राम दयाल घासी राम बद्रूका ( मानावत ) फर्म हैदराबाद निवासी द्वारा निर्मित भव्य,विशाल एवम नवीन भवन   में स्थानान्तरित कर दिया गया .
                                         
         1 .प्राथमिक स्तर             -    1931
         2. उच्च प्राथमिक स्तर        -    1951
         3. माध्यमिक स्तर           -    1966

         4. उच्च माध्यमिक स्तर      -     1995.

24.  क्या विध्यालय विशेष आवश्यकता वाले छात्रों के लिए है     - नहीं.
25. क्या विध्यालय दो पारियों में चलता है                     - नहीं.
26.क्या यह आवासीय विध्यालय है                            - नहीं.
27.विध्यालय में शिक्षण का माध्यम                           - 04 ( हिन्दी ). 
28. विध्यालय को किस बोर्ड से मान्ता प्राप्त है                  - 02 (राज्य बोर्ड ).
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                                 विध्यालय का विवरण
                      भाग -- अ ( द्वितीय )
01.क्या विध्यालय में पूर्व प्राथमिक कक्षाएँ लगती है    - 02 (नहीं ).
02.क्या विध्यालय से संलग्न कोई आँगनबाड़ी केन्द्र है   - 02 ( नहीं ).
03.विध्यालय के शैक्षिक अवलोकनों का विवरण -
                 अ. शैक्षिक अवलोकनों की संख्या            - 01 ( उप निदेशक अजमेर ).
                 ब. नोडल प्रधानाध्यापक द्वारा शैक्षिक भ्रमण  -  00
                 स.बीआरपी द्वारा किए गए भ्रमण           - 00
04.विध्यालय की वित्तीय जानकारी 01 अप्रेल 2011 से 31 मार्च 2012 की स्थिति में ---

                  विध्यालय अनुदान            --       59000 /-
                  विध्यालय रख रखाव अनुदान   --       00000 /-
                 शिक्षण अधिगम सामग्री अनुदान  --       00000 /-
                 अन्य स्त्रोतों से प्राप्त अनुदान    --       00000 /-
05.विध्यालय में स्टाप की स्थिति का विवरण   -
          स्वीकृत पदों का विवरण-
          अ. प्राथमिक क्क्षाओं के लिए   -  00.
          ब. उच्च प्राथमिक के लिए     -  00.
          स. माध्यमिक के लिए        -  04 ( 1. विज्ञान अध्यापक पद - 1     
                                            2. गणित अध्यापक  पद - 1
                                            3. सामान्य विषयाध्यापक - 2 )

मानसिक एवम्ं तार्किक योग्यता परीक्षा के प्रश्नों के उत्तर

मानसिक एवम्ं तार्किक योग्यता परीक्षा ( दिनाक - 08-10-2012 ) के प्रश्नों के सही उत्तर निम्नानुसार है ---

1. स्वतंत्रता के घोषणा पत्र पर  हस्ताक्षर किस पर किए गए ?
   --- कागज पर ( यहाँ किसी देश विशेष का उल्लेख नहीं है.)

 2. गंगा नदी कौनसी अवस्था में बहती है ? 
  --- गंगा नदी तरल अथवा द्रव अवस्था में बहती है.
 3. नाश्ते  के समय आप कौनसे  दो  भोजन कभी नहीं  कर  सकते ?
  --- लंच तथा डिनर .
 4. ऐक व्यकति बिना सोए 80 दिवस  तक जीवित रह सकता है । सही है या गलत 
 --- 80 नहीं पूरे जीवन भर जीवित रहा जा सकता है क्योंकि सोनें की क्रिया रात्रि में होती
     न की दिवस में.
 5. ऐक सेव को दो बराबर भागों में काटनें पर पहला भाग कैसा दिखाई देगा ? 
--- पहला भाग दूसरे जैसा ही होगा .
 6. ऐक दीवार को 10 मजदूर 2 दिवस में बना देते हैं तो वही दीवार 5 मजदूर कितनें दिवस में 
    बना सकेंगे ?
---- दीवार पहले ही बन चुकी है तो दुबारा बनानें की आवश्यकता ही क्या हैं ?.
 7. ऐक लाल रंग की गेंद को नीले पानी में डालनें पर गेंद कैसी हो जाएगी ? 
--- गेंद पानी से गीली हो जाएगी .
 8. ऐक सीमेंट कांक्रीट के फर्श पर मुर्गी का कच्चा अण्डा  मार के क्या आप ऊसे तोड़़ सकेगे ?
----  नहीं ,अण्डा चाहे कच्चा हो या पक्का उससे फर्श कभी नहीं तोडा़ जा सकता .
 9. अनुतीर्ण होनें का मुख्य कारण क्या है ?
--- परीक्षा .
10. नेपोलियन किसके साथ अपनें जीवन की अन्तिम लड़़ाई लड़ते हुए मारा गया ?
--- अपनी मृत्यु के साथ .
 कुल प्रतिभागी विध्यार्थी ------ कक्षा 9 से 12 वीं तक -- 198
सर्वोच्च अंक प्राप्तकर्ता ------ राधेश्याम प्रजापत.
                                                  कक्षा -- 11 वीं
                                                   संकाय --मानविकी
                                                    प्राप्त अंक -- 08.

रविवार, 21 अक्तूबर 2012

मानसिक एवम्ं तार्किक योग्यता परीक्षा ( दिनाक - 08-10-2012 )

दिनाक - 08-10-2012 को साप्ताहिक सह शैक्षिक गतिविधियों के क्रम में आयोजित मानसिक  एवम्ं तार्किक  योग्यता परीक्षा के तहत दिए  गए 10  मानसिक अभिवृति के प्रश्न --

 1. स्वतंत्रता के घोषणा पत्र पर  हस्ताक्षर किस पर किए गए ?
 2. गंगा नदी कौनसी अवस्था में बहती है ? 
 3. नाश्ते  के समय आप कौनसे  दो  भोजन कभी नहीं  कर  सकते ?
 4. ऐक व्यकति बिना सोए 80 दिवस  तक जीवित रह सकता है । सही है या गलत ?
 5. ऐक सेव को दो बराबर भागों में काटनें पर पहला भाग कैसा दिखाई देगा ? 
 6. ऐक दीवार को 10 मजदूर 2 दिवस में बना देते हैं तो वही दीवार 5 मजदूर कितनें दिवस में 
    बना सकेंगे ?
 7. ऐक लाल रंग की गेंद को नीले पानी में डालनें पर गेंद कैसी हो जाएगी ? 
 8. ऐक सीमेंट कांक्रीट के फर्श पर मुर्गी का कच्चा अण्डा  मार के क्या आप ऊसे तोड़़ सकेगे ?
 9. अनुतीर्ण होनें का मुख्य कारण क्या है ?
10. नेपोलियन किसके साथ अपनें जीवन की अन्तिम लड़़ाई लड़ते हुए मारा गया ?
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सूचना संदर्भ

विध्यालय में दिनाँक 21-10-2012 से 24-10--2012 तक ( चार दिवसीय ) अवकाश रहेगा - 
 1.    21-10-2012 -  रविवारीय  अवकाश 
 2    22-10-2012  -  दुर्गा नवमी अवकाश
 3    23-10-2012  -  स्थानीय अवकाश
 4    24-10-20112 -  दशहरा अवकाश

शनिवार, 13 अक्तूबर 2012

साप्ताहिक प्रतियोगिता : निबन्ध लेखन

 निबन्ध लेखन -- विषय -- क्या अन्ना हजारे का आन्दॊलन गाँधीवादी मूल्यॊं पर आधारित था ?
                           कुल प्रतिभागी ---  45 छात्र एवमं छात्राएँ ( कक्षा ग्यारह एवमं बारह मानविकी वर्ग)
                            सर्वोच्च स्थान पर चयनित -- छात्रा कौशल्या बुरडक कक्षा 12 वीं मानविकी

                               सर्वोच्च स्थान पर चयनित निबन्ध 
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 महात्मा गाँधी की तरह अन्ना हजारॆ का आन्दोलन देश एवमं देश की जनता को समर्पित था ।
 दोनों का संघर्ष सरकार के खिलाफ था ,अन्तर केवल इतना था कि गाँधी का संघर्ष विदेशी सत्ताधारियों के खिलाफ था वहीं अन्ना हमारे ही जन प्रतिनिधियों के विरूद्ध सत्य के लिए संघर्ष कर रहे थे । गाँधी जी वतन की आजादी के लिए लड़े थे अन्ना आजाद देश के नेताओं और राजनीतिक व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार से देश की जनता को मुक्त करवानें के लिए संघर्षरत थे । गत दो वर्षों से चल रहे आन्दोलन में अन्ना नें यथा संभव गाँधीवादी मूल्यों का पालन किया था । दोनों का मूल उद्दॆश्य जनहित से जुड़ा हुआ था ।जब जन लोकपाल विधेयक के लिए उन्होनें दिल्ली के जंतर मंतर पर 11 दिवस का अनशन किया था तब उन्होनं अपनी आयु और स्वास्थ्य की परवाह नहीं की थी । अन्ना का संघर्ष सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ था । वहीं गांधी जी विदेशी तानाशाही के विरूद्ध संघर्षरत रहे थे ।अन्ना हमारी लोकतंत्रीय विद्रूपता के खिलाफ थे । अन्ना के आन्दोलनों नें वर्तमान युवा पीढ़ी को गाँधी युग की प्रासंगिकता की याद दिलवा दी ।
                            भले ही आन्दोलन अपनें अंतिम लक्ष्य की प्राप्ति में सफल नहीं हो पाया तथापि एक जागृति की लहर जन मानस में जरूर व्याप्त हो गयी । सफलता - असफलता प्रयोग पर निर्भर करती है । जिस प्रकार अन्ना को समर्थन मिला था , उसनें गाँधीवादी सिद्धान्तों को पुर्नजीवन सा प्रदान किया था । गाँधी जी अपनें आन्दोलनों के संपूर्ण सूत्रधार स्वयं थे वहीं अन्ना के साथियों में से कुछ राजनीतिक महत्त्वकांक्षा पाले हुए थे , ऎसा गाँधी जी के साथ धी हुआ था । गाँधी के लाख प्रयासों के बाद भी भारत विभाजन होकर रहा ठीक उसी प्रकार अन्ना टीम के कुछ सदस्सयों के कारण आन्दोलन लक्ष्यविहीन होकर भटक गया ।
                                                                               गत कई माह से अन्ना टीम के सदस्यों के कतिपय विचार ऎसे गाहे बगाहे आ रहे थे जिनसे प्रतीत हो रहा था कि अन्ना मानसिक संताप मं हैं । कई मुद्दों पर टीम अन्ना बिखरती नजर आ रही थी , लग रहा था जैसे अन्ना को सीढ़ी बना कर कुछ साथी गण अपनी महत्त्वकाक्षाओं की पूर्ति हेतु आतुर हैं । टीम अन्ना बिखरती हुई प्रतीत हुई । अंततः हुआ भी वही , जिसका डर अन्ना सहीत सभी बुद्धिजीवियों को था । अन्ना का आन्दोलन ऎसे ही लोगों की भेंट चढ़ गया ।
                                                                     फिर भी इतना तो स्वीकार किया जा सकता है कि भले ही सफलता आन्दोलन से दूर रही पर जन मानस को झकजोर दिया की हमारे लक्ष्य क्या थे और हम कितना भटक गऐ । अन्ना नें हिंसक आन्दोलनों , उद्देश्यहीन प्रदर्शशनों की जगह आदोलनों को जो शांत और ओजस्वी धार प्रदान की उसकका महत्त्व वर्तमान पीढ़ी को समझना बहुत प्रासंगिक है। कहा जा सकता है कि 20 वीं सदी जहाँ स्वयं गाँधी की थी वहीं 21 वीं सदी गाँघीवादी विचारों तथा मूल्यों की पुनर्जागृति की है एवम् अन्ना उसके प्रथम प्रतीक है ।