प्रार्थना सभा के नित्य कार्यक्रमों का विवरण
आज दिनांक 30-11-2012 की प्रार्थना सभा के मुख्य विवेचनीय अंश -
1.समाचार दर्शन -
कक्षा 12 वीं मानविकी संकाय के छात्र रवि कुमार के
द्वारा अन्तर्राष्टृीय,राष्टृीय,क्षेत्रीय एवम खेल समाचारों
का वाचन.
2.जीवन दर्शन -
कक्षा 11 वीं संकाय मानविकी की छात्रा सीता कुमारी
द्वारा आदर्श पाठ वाचन किया गया.-
एक शहर में एक गरीब युवक रहता था.उसके मोहल्ले में सदैव रात्रि में अन्धेरा रहता था जिसके कारण रात्रि में आनें जानें वाले सभी लोगों को बहुत कठिनाइयों से दो चार होना पड़ता था. उस युवक नें स्वत स्फूर्त निर्णय लेते हुए अपनें घर के आगे एक बाँस गाढ़ कर उस पर एक लालटेन लगा दी जिसे संध्या होते ही वह रोशन कर देता था जिससे लाभ यह हुआ कि कम से कम गली का कुछ भाग रात में प्रकाशित रहनें लग गया. प्रारम्भ में कई मोहल्लेवालों नें उसकी हँसी उड़ाई, कई एक नें तो उसे मूर्ख करार दे दिया कि देखो खानें को अनाज के लाले पड़े है और महाशय चला है नगर में रोशनी करनें. परन्तु युवक नें एसी बातों की परवाह नहीं की. शीघ्र ही कई अन्य लोग भी उसकी तरह लालटेन जलानें लगे. यह बात जब नगर की प्रशासनिक कमेटी तक पहुँची तब नगर मेयर नें उस युवक को बुलाकर उसका सम्मान किया तथा उस मोहल्ले की प्रकाश व्यवस्था का दायित्तव नगर कमेटी नें अपनें ऊपर ले लिया. जब युवक से उसके विचार पुछे गए तो उसका जबाब था- अच्छे काम की शुरूआत के लिए हमें किसी अन्य की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए, अगर हम सब एक दूसरे पर भरोसा रखते हुए केवल पहल की प्रतीक्षा करेंगे तो वह कार्य कभी नहीं हो सकेगा. सत्य है हमें सदैव अच्छे काम को करनें को तैयार रहना चाहिए. यदि यह भावना देश के सभी नागरिकों में आ जाए तो भारत को विश्व गुरू का महान स्थान पानें में देरी नहीं लगेगी.
एक शहर में एक गरीब युवक रहता था.उसके मोहल्ले में सदैव रात्रि में अन्धेरा रहता था जिसके कारण रात्रि में आनें जानें वाले सभी लोगों को बहुत कठिनाइयों से दो चार होना पड़ता था. उस युवक नें स्वत स्फूर्त निर्णय लेते हुए अपनें घर के आगे एक बाँस गाढ़ कर उस पर एक लालटेन लगा दी जिसे संध्या होते ही वह रोशन कर देता था जिससे लाभ यह हुआ कि कम से कम गली का कुछ भाग रात में प्रकाशित रहनें लग गया. प्रारम्भ में कई मोहल्लेवालों नें उसकी हँसी उड़ाई, कई एक नें तो उसे मूर्ख करार दे दिया कि देखो खानें को अनाज के लाले पड़े है और महाशय चला है नगर में रोशनी करनें. परन्तु युवक नें एसी बातों की परवाह नहीं की. शीघ्र ही कई अन्य लोग भी उसकी तरह लालटेन जलानें लगे. यह बात जब नगर की प्रशासनिक कमेटी तक पहुँची तब नगर मेयर नें उस युवक को बुलाकर उसका सम्मान किया तथा उस मोहल्ले की प्रकाश व्यवस्था का दायित्तव नगर कमेटी नें अपनें ऊपर ले लिया. जब युवक से उसके विचार पुछे गए तो उसका जबाब था- अच्छे काम की शुरूआत के लिए हमें किसी अन्य की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए, अगर हम सब एक दूसरे पर भरोसा रखते हुए केवल पहल की प्रतीक्षा करेंगे तो वह कार्य कभी नहीं हो सकेगा. सत्य है हमें सदैव अच्छे काम को करनें को तैयार रहना चाहिए. यदि यह भावना देश के सभी नागरिकों में आ जाए तो भारत को विश्व गुरू का महान स्थान पानें में देरी नहीं लगेगी.
3.सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी -
कक्षा 11 वीं संकाय मानविकी की छात्रा सीता कुमारी
द्वारा ही आज के सामान्य सम्बन्धी प्रश्न पुछे गए -
1.कोटा राज्य की स्थापना किसनें की ?
उत्तर - बूँदी के शासक समर सिंह के पुत्र जैत सिंह नें.
2.भगवान मथुराधीष का मन्दिर कहाँ है ?
उत्तर - कोटा में.
3.राजस्थान में बौद्ध विहार कहाँ है ?
उत्तर - कौलवी की गुफाएँ (जिला- झालावाड़)
4.पंचायती राज व्यवस्था की मध्य ईकाइ कौनसी है ?
उत्तर - पंचायत समिति.
5.पंचायती राज व्यवस्था की सबसे बड़ी ईकाइ कौनसी है ?
उत्तर - जिला परिषद.
6.मानव शरीर की दूसरी बड़ी ग्रन्थि कौनसी है ?
उत्तर - अग्नाशय ग्रन्थि.
7.शरीर की कौनसी ग्रन्थि अन्त स्त्रावी तथा बहिर्स्त्रावी दोनों
प्रकार की ग्रन्थि के रूप में कार्य करती है ?
उत्तर - अग्नाशय ग्रन्थि.
8.मधुमेह अथवा डायबीटिज में क्या होता है ?
उत्तर - रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है.
9.मधुमेह रोग का मुख्य कारण क्या है ?
उत्तर - इन्सुलिन हारमोन की कमी.
10.पंचायत समिति स्तर का मुखिया किस नाम से जाना जाता
है ?
उत्तर - प्रधान.