प्रार्थना सभा की गतिविधियाँ
आज की प्रार्थना सभा
आज 6 दिसम्बर 2012 तद् अनुसार मार्गशीर्ष कृष्णा 2069 की सप्तमी तिथि है,प्रस्तुत है आज की प्रार्थना सभा के प्रमुख अंश --
1.समाचार दर्शन -
प्रार्थना सभा के अन्तर्गत आज प्रातः तक के राष्टृीय, अन्तर्राष्टृीय, क्षेत्रीय एवम खेल समाचारों के संकलन का वाचन कक्षा 11 वीं मानविकी संकाय के छात्र दिनेश कुमार द्वारा किया गया.
2.जीवन दर्शन -
जीवन दर्शन के अन्तर्गत आज का आदर्श पाठ वाचन कक्षा 12 वीं की छात्रा कुमारी माया द्वारा किया गया -
एक गुरू आश्रम में कई शिष्य अध्ययन करते थे.गुरू का अपनें सभी शिष्यों के साथ अगाध प्रेम था परन्तु उनका अपनें एक शिष्य आनंद से अधिक लगाव था.इससे कतिपय शिष्यों में ईर्ष्या का भाव उत्पन्न हो गया. एक दो नें तो गुरू जी से निवेदन भी कर दिया कि गुरूदेव आप अपनें शिष्यों में भेद भाव क्यों रखते हैं. गुरू जी नें कहा कि समय आनें पर इसका यथोचित उत्तर सबको मिल जाएगा. कुछ दिनों के बाद गुरू नें योजना बना कर एक कच्चा आम अपनें घुटनें पर पट्टियों से बाँध लिया. शिष्यों नें जब कारण पूछा तो कह दिया कि कोई घाव हो गया है. धीरे-धीरे आम पकनॆं लगा तथा उसका रस निकल कर पट्टियों के बाहर रिसनें लगा. गुरूजी नें कहा कि घाव में मवाद बननें लगा है. एक सुबह गुरू जी नें प्रातः वंदना के पश्चात सभी शिष्यों से कहा कि मेरा घाव बहुत बिगड़ चुका है,अब जड़ी बूँटियों का प्रभाव तब ही पड़ेगा जब घाव का पूरा मवाद साफ कर लिया जाए. आप में से कोई है ऐसा जो घाव पर अपना मुँह लगा कर सारा मवाद चूस कर बाहर फेंक सके.गुरूजी की बात पर सभी के मुँह पर हवाइयाँ उड़नें लगी, सभी बगलें झाँकनें लगे. तभी आनंद स्वतः स्फूर्त ऊठा और तुरंत गुरूजी के पास जाकर पट्टियों को ऊँचा कर मवाद चूसनें लगा,जो वास्तव में आम का रस ही था. तब गुरूजी नें आनंद को ऊठनें को कहा. उन्होनें पूरी कहानी सुना कर अंत में कहा कि अब भी किसी के मन में प्रश्न है कि मैं क्यों आनंद से सबसे ज्यादा स्नेह करता हूँ तो वो कृपया खड़ा हो जाए. सभा में उपस्थित सभी शिष्यों के सिर शर्म के कारण झुक गए.सत्य है पूर्ण मनोयोग से की जानें वाली सेवा सर्वोत्तम फल दायक होती है.
3.सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी -
2.जीवन दर्शन -
जीवन दर्शन के अन्तर्गत आज का आदर्श पाठ वाचन कक्षा 12 वीं की छात्रा कुमारी माया द्वारा किया गया -
एक गुरू आश्रम में कई शिष्य अध्ययन करते थे.गुरू का अपनें सभी शिष्यों के साथ अगाध प्रेम था परन्तु उनका अपनें एक शिष्य आनंद से अधिक लगाव था.इससे कतिपय शिष्यों में ईर्ष्या का भाव उत्पन्न हो गया. एक दो नें तो गुरू जी से निवेदन भी कर दिया कि गुरूदेव आप अपनें शिष्यों में भेद भाव क्यों रखते हैं. गुरू जी नें कहा कि समय आनें पर इसका यथोचित उत्तर सबको मिल जाएगा. कुछ दिनों के बाद गुरू नें योजना बना कर एक कच्चा आम अपनें घुटनें पर पट्टियों से बाँध लिया. शिष्यों नें जब कारण पूछा तो कह दिया कि कोई घाव हो गया है. धीरे-धीरे आम पकनॆं लगा तथा उसका रस निकल कर पट्टियों के बाहर रिसनें लगा. गुरूजी नें कहा कि घाव में मवाद बननें लगा है. एक सुबह गुरू जी नें प्रातः वंदना के पश्चात सभी शिष्यों से कहा कि मेरा घाव बहुत बिगड़ चुका है,अब जड़ी बूँटियों का प्रभाव तब ही पड़ेगा जब घाव का पूरा मवाद साफ कर लिया जाए. आप में से कोई है ऐसा जो घाव पर अपना मुँह लगा कर सारा मवाद चूस कर बाहर फेंक सके.गुरूजी की बात पर सभी के मुँह पर हवाइयाँ उड़नें लगी, सभी बगलें झाँकनें लगे. तभी आनंद स्वतः स्फूर्त ऊठा और तुरंत गुरूजी के पास जाकर पट्टियों को ऊँचा कर मवाद चूसनें लगा,जो वास्तव में आम का रस ही था. तब गुरूजी नें आनंद को ऊठनें को कहा. उन्होनें पूरी कहानी सुना कर अंत में कहा कि अब भी किसी के मन में प्रश्न है कि मैं क्यों आनंद से सबसे ज्यादा स्नेह करता हूँ तो वो कृपया खड़ा हो जाए. सभा में उपस्थित सभी शिष्यों के सिर शर्म के कारण झुक गए.सत्य है पूर्ण मनोयोग से की जानें वाली सेवा सर्वोत्तम फल दायक होती है.
3.सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी -
1.जसवंत थड़ा नामक स्थान कहाँ स्थित है ?
उत्तर - जोधपुर में.
2.जोधपुर नगर का अन्य प्रसिद्ध नाम बताईए ?
उत्तर - सूर्य नगरी.
3.झालरों एवम घण्टियों के लिए प्रसिद्ध स्थान कौनसा है ?
उत्तर - झालरापाटन (जिला - झालावाड़).
4.सात सहेलियों का मन्दिर कहाँ स्थित है ?
उत्तर - झालरापाटन में,यह वास्तव में सूर्य मन्दिर है.
5.पंचायत समिति का मुखिया कौन होता है ?
उत्तर - प्रधान.
6.जिला परिषद का मुखिया कौन हौता है ?
उत्तर - जिला प्रमुख.
7.त्वचा से पसीना कौनसी ग्रन्थियाँ उत्सर्जित करती है ?
उत्तर - स्वेद ग्रन्थियाँ.
8.मानव तंत्रिका तंत्र में कौनसे अंग केम्द्रीय तंत्रिका तंत्र माने जाते
हैं ?
उत्तर - मस्तिष्क एवम मेरूरज्जु.
9.मानव मस्तिष्क का वजन कितना होता है ?
उत्तर - 1400 ग्राम.
10.मस्तिष्क की जाँच किस यंत्र से की जाती है ?
उत्तर - ईलेक्टृो इन्सफेलो ग्राफ _E.E.G.
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