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सोमवार, 3 दिसंबर 2012

प्रार्थना सभा की गतिविधियाँ

                 ज की प्रार्थना सभा 

आज दिनाँक 3 दिसम्बर 2012 तद् अनुसार मार्गशीर्ष कृष्णा पंचमी है  प्रस्तुत है आज की प्रार्थना सभा के विशेष अंश --
1.समाचार दर्शन - 
                       आज प्रातः तक के ताजा अन्तर्राष्टृीय,राष्टृीय,क्षेत्रीय 
                       एवम खेल समाचारों का वाचन कक्षा 11 वीं मानविकी
                      संकाय के छात्र दिनेश कुमार द्वारा किया गया.
2.जीवन दर्शन
                  आज के जीवन दर्शन आदर्श पाठ वाचन के तहत पाठ 
                   वाचन कक्षा नवम् (9 वीं) की छात्रा मनीषा कुमारी जाट नें
                   किया -
                                 चन्द्र शेखर आजाद का आदर्श 
                       महान क्रान्तिकारी चन्द्र शेखर आजाद के जीवन का एक मात्र निर्धारित लक्ष्य था किसी भी कीमत पर भारत की विदेशी दासत्तव से मुक्ति. इसके लिए उन्होनें अपना घर परिवार भी त्याग दिया था. पारिवारिक दायित्तवों से ज्यादा उन्होंनें देश हित के कर्त्तव्यों के निर्वहन को अधिक महत्त्व दिया. अंग्रेजों के विरूद्ध सशस्त्र क्रान्ति के समर्थक आजाद अपनी गतिविधियों के संचालन के लिए धन जुटाते थे जिसमें प्रायः उनके साथियों का सहयोग होता था. आजाद अपनें धन की पाई पाई का पूरा हिसाब किताब रखते थे. इधर आजाद के माता पिता भी कठिन विपन्नावस्था में जवन जी रहे थे क्योंकि वे अब वृद्ध एवम अशक्त हो चुके थे. देश सेवा में जुटे आजाद को उनकी देखभाल करना तो दूर मिलनें का मौका भी विरल ही मिलता था. एक बार उनके एक साथी नें कहा कि आपके पास चंदे का इतना धन रहता है उसमें से कुछ धन राशि अपनें माता पिता के लिए क्यों नहीं भेज देते. इस बात पर आजाद क्रोधित हो गए,उम्होनें कहा इतना धन मेरे साथी कितनी कठिनाइयों के बाद जमा कर पाते हैं, हाँ मैं चाहूँ तो कुछ भाग भेज दूँ तो कोई आपत्ति भी नहीं करेगा. परन्तु मैं ऐसा नहीं करूँगा,मेरी आत्मा कभी भी मुझे ऐसा करनें की अनुमति नहीं देगी. मैं और मेरे साथी यह धन भारत माता के लिए जमा करते हैं. अस्तु मुझे कोई भी अपनें कर्त्त्वय निर्वहन से विचलित करनें का प्रयास नहीं करें. सार यह है कि अपनें पद,प्रतिष्ठा,प्रभुत्व तथा अवसरों का उपयोग सदैव राष्टृ हित में करनें वाला सच्चा देशभक्त है तथा यह महान एवम व्यापक लाभों को साकार करता है. 
3.सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी -
                               प्रार्थना सभा में नित्य पूछे जानें वाले सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी के अंतर्गत आज कक्षा 11 वीं के छात्र मनीष कुमार द्वारा निम्न 10 प्रश्न पूछे गए - 
            1.महाराणा प्रताप नें अपनी नवीन राजधानी कहाँ स्थापित की ?
             उत्तर - चावण्ड गाँव को.
            2.दुर्गों का सिरमौर किस दुर्ग को कहा जाता है ?
             उत्तर - चितौड़गढ़.
           3.विजय स्तम्भ किस जगह स्थित है ?
            उत्तर - चितौड़गढ़ दुर्ग में.
           4.पंचायती राज व्यवस्था में राजस्थान में कितनें प्रतिशत सीटें 
            महिलाओं के लिए सुरक्षित रखी गयी हैं ?
             उत्तर - 50 प्रतिशत.
           5.पंचायत राज व्यवस्था के अंतर्गतसंपूर्ण भारत में महिलाओं के
             लिए  कितनें प्रतिशत आरक्षण रखा गया है ?
             उत्तर - 33 प्रतिशत.
           6.अशुद्ध रक्त से क्या तात्पर्य है ?
             उत्तर - कार्बन डाई ऑक्साईड युक्त रक्त.
          7.शुद्ध रक्त से क्या तात्पर्य है ?
           उत्तर - ऑक्सीजन युक्त रक्त.
          8.शरीर में एक मात्र वह धमनी कौनसी है जिसमें अशुद्ध रक्त 
             होता है ?
            उत्तर - पलमोनरी धमनी जो अशुद्ध रक्त को फेफड़ों में ले जाती
              है.
          9.ह्रदयघात अथवा हॅार्ट अटैक का कारण बताईए
             उत्तर - ह्रदय की माँस पेशियों तक रक्त पहूँचानें वाली 
              कोरोनेरी धमनी में रूकावट आ जाना. 
      10.विजय स्तम्भ कहाँ है तथा इसका निर्माण किसनें करवाया था ?
               उत्तर - चितौड़गढ़ में महाराणा कुम्भा नें करवाया.
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