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सोमवार, 22 अप्रैल 2013

महाअष्ठमी उत्सव

                    महा अष्ठमी पर्व

वासंतीय नवरात्रा के समापन की पूर्व पीठिका पर आज हम स्तवन करते हैं विध्यादायिनी, वीणा पाणिनी, कमलासना माते सरस्वती का जो परम् शक्ति अथवा आदि शक्ति माँ पूर्णा प्रकृति के नव किंवा अन्यान्य स्वरुपों में से एक है । चैत्र शुक्ल अष्टमी का अत्यन्त विशिष्ट महत्त्व है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नवरात्र पूजा का जो आयोजन प्रारम्भ होता है, वह आज ही के दिन या दूसरे दिन नवमी को पूर्णता प्राप्त करता है। आज के दिन ही आदिशक्ति भवानी का प्रादुर्भाव हुआ था। भगवती भवानी अजेय शक्तिशालिनी महानतम शक्ति हैं और यही कारण है कि इस अष्टमी को महाष्टमी कहा जाता है।
सरस्वती वंदना

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