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मंगलवार, 20 नवंबर 2012

विध्यालय के मुख्य भवन का सिंहद्वार

 1951 मॆं निर्मित शाला भवन का सिंहद्वार


1951 में मानावत (बद्रुका) गोत्रीय परिवार जो 1850 के पश्चात अपनें भाग्य की परीक्षा हेतु हैदराबाद दक्खन (तत्कालीन निजाम रियासत ) के पौत्र प्रात स्मरणीय राजा साहिब श्रीमान बंकट लाल जी बद्रुका द्वारा निर्मित भव्य,सुदृढ़ एवम विशाल भवन के सिंह द्वार के ऊपर लगाया गया शिलालेख. यह शिलालाख जोधपुरी बलुआ पत्थर का है जिस पर महामना की फर्म को संदर्भित करते हुए भवन के निर्माण की ताराखें स्पष्ठ अंकित है, इसमें विक्रम संवत 2008 एवम ईस्वी सन 1951 दर्शित की गई है.इसी वर्ष विध्यालय प्राथमिक से उच्च प्राथमिक स्तर पर क्रमोन्नत हुआ तथा इसी सत्र से विध्यालय को पूर्व में उयोग में लाए जा रहे भवन से इस नव निर्मित भवन नें स्थानान्तरित कर दिया गया.

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